सुनो.. जब भी हमें तुम्हारी याद आती है बहुत याद आती है। सुनो.. जब भी हमें तुम्हारी याद आती है बहुत याद आती है।
तुम्हारी बेरुख़ी तुम्हारी बेरुख़ी
अब वक्त आ गया है यह घड़ी बदली जाएगी। अब वक्त आ गया है यह घड़ी बदली जाएगी।
जेब खाली या भरी ज़ुबाँ मगर शालीन हो हैसियत हो कुछ, अदब रईस होना चाहिए जेब खाली या भरी ज़ुबाँ मगर शालीन हो हैसियत हो कुछ, अदब रईस होना चाहिए
आसां तो नहीं, पर हौसलों का वज़न भारी रख। तू मुश्किलों से लड़ने का सबब जारी रख॥ आसां तो नहीं, पर हौसलों का वज़न भारी रख। तू मुश्किलों से लड़ने का सबब जारी रख॥
आँचल में छुपाती मुझको आँख मिचौली खेलती हैं कविता अनजानों का दुख दर्द बांट लेती हरदम अनोखी ह... आँचल में छुपाती मुझको आँख मिचौली खेलती हैं कविता अनजानों का दुख दर्द बांट ...